बाबा की जमीन पर फर्जीवाड़े से भूमाफिया लोग अवैध कब्जे की फिराक में

टप्पल । कस्बा टप्पल में मानागढ़ी बाजना बाईपास रोड के किनारे एक बाबा की मजार बनी हुई है और बाबा की मजार के पास कुछ भूमि रिक्त पड़ी हुई है जिसको तहसील खैर कर्मियों की कथित सांठगांठ के चलते कुछ भूमाफिया लोगों ने फर्जी ढंग से किसी का खाता दिखा करके और गाटा बनवा करके अपने नाम फर्जीवाड़े से खतौनी में अंकित करा ली है। उक्त भूमि पर अवैध कब्जा करने के संबंध में उप जिलाधिकारी खैर से वास्तु स्थिति को छुपाते हुए गलत आदेश करा के उक्त बाबा की भूमि को भूमाफिया हड़प करना चाहते हैं। भू माफियाओं के कुचक्र को रोकने के संबंध में गांव के कुछ लोगों ने न्यायालय सिविल कोर्ट एवं न्यायालय तहसीलदार कोर्ट में वाद दायर कर रखे हैं जिसमें उक्त भूमि के बाद के संबंध में दोनों न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन होने के कारण कोई अधिकारी गण विवादित भूमि की पैमाइश आदि करने के आदेश विधि अनुसार नहीं दे सकता है, लेकिन खैर तहसील में नियमों को ताक में रखकर के भूमाफिया लोग उप जिलाधिकारी खैर से आदेश करा कर के उक्त बाबा की जमीन पर अवैध कब्जा करने की फिराक में है जिससे कस्बा वासियों में रोष व्याप्त है।
बता दें कि आलोक रंजन मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा 1 दिसंबर 2014 को एक शासनादेश निजी पक्षों के मध्य अचल संपत्ति विवाद से संबंधित प्रकरणों पर प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा विधि अनुसार कार्यवाही किए जाने के संबंध में जारी हुआ था,जिसमें बताया गया था कि अचल संपत्ति प्रकरण जो दीवानी न्यायालय व अन्य न्यायालयों में लंबित है, जिसमें न्यायालय द्वारा अंतरिम आदेश पारित है, मैं प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा विधि अनुसार ही कार्यवाही की जाएगी और क्षेत्राधिकार से परे कोई आदेश नहीं दिया जाएगा तथा दीवानी प्रकृति के प्रकरणों में अधिकारिता युक्त न्यायालय ही आदेश पारित करने में सक्षम है। इस शासनादेश के विरुद्ध एसडीएम खैर ने विधि विरुद्ध आदेश बाबा की जमीन के प्रकरण में भू माफिया लोगों को दिए हैं जो न्यायो उचित नहीं है।
जानकारी के अनुसार टप्पल में मानागढ़ी बाजना वाई पास रोड ऊपरकोट के किनारे से होकर जाता है और रोड के किनारे बाबा की मजार बनी हुई है तथा बाबा की मजार के इर्द-गिर्द कुछ भूमि रिक्त पड़ी हुई है उस भूमि पर भू माफिया लोगों ने कहीं का खाता और कहीं का गाटा नंबर दर्शा करके उक्त बाबा की भूमि को फर्जीवाड़े से अपने नाम खतौनी में इंद्राज करा लिया है जबकि खतौनी में फर्जी तरीके से नाम अंकित होने का बाद भी न्यायालय तहसीलदार खैर के यहां विचाराधीन है और इसी फर्जीवाड़े का एक बाद सिविल कोर्ट अलीगढ़ में विचाराधीन है फिर भी आदेश एसडीएम खैर के द्वारा भूमाफियों ने करा लिए हैं और हल्का लेखपाल टप्पल धर्मवीर सिंह हमरा फोर्स लेकर के फर्जीवाड़े की भूमी की पैमाइश को करने लगे, जिस पर स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। लोगों के विरोध प्रदर्शन को देखकर के बाबा की विवादित जमीन पर बगैर पैमाइश करे राजस्व टीम वापस लौट गई और उन्होंने लोगों को बताया कि उक्त प्रकरण के संबंध में उपजिलाधिकारी खैर से दोनों पक्ष संपर्क करके अपने विवाद को निपटायें।

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