वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलन्दशहर द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक नगर/ग्रामीण/अपराध सहित समस्त क्षेत्राधिकारियों व थाना प्रभारियों के साथ अपराध नियंत्रण,

कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस लाइन स्थित सम्मेलन कक्ष में की गयी अपराध गोष्ठी।
रिपोर्ट जावेद खान-
बुलंदशहर रात्रि में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलन्दशहर श्री श्लोक कुमार द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक नगर सुरेन्द्र नाथ तिवारी ,अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण/लाइन्स बजरंग बली चौरसिया ,अपर पुलिस अधीक्षक अपराध राकेश कुमार मिश्र व सहायक पुलिस अधीक्षक नगर श्रीमती अनुकृति शर्मा एवं समस्त क्षेत्राधिकारियों/थाना प्रभारियों के साथ पुलिस लाइन स्थित सम्मेलन कक्ष में अपराध-नियंत्रण, कानून-व्यवस्था, महिला उत्पीड़न, अनुसूचित जाति/जनजाति उत्पीड़न, अनावरण को शेष डकैती/लूट/हत्या के पंजीकृत अभियोगों के सम्बन्ध में अपराध गोष्ठी आयोजित की गयी। अपराध गोष्ठी में उपस्थित सभी अधिकारियों को शासन/उच्चाधिकारीगण के आदेशों/निर्देशों से अवगत कराते हुए शत-प्रतिशत अनुपालन कराने, जनता की समस्याओं की प्रभावी सुनवाई कर शीघ्रतम विधिक निस्तारण करने,अपराधों पर प्रभावी अकुंश लगाने व हिस्ट्रीशीटरों व टॉप-10/जिलाबदर अपराधियों पर सतर्क निगरानी रखने एवं वांछित/ईनामी वारंटियो की अधिक से अधिक गिरफ्तारी करने तथा जनपद में पुलिस की छवि एवं व्यवहार कुशल बनाए रखने आदि महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर शत-प्रतिशत कार्यवाही करने आदि के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। प्रदेश भर में चलाये जा रहे अभियान “ऑपरेशन कन्विक्शन” के क्रम में अपराधियों को सजा दिलवाने में व्यक्तिगण रूचि लेकर प्रभावी पैरवी करने को भी निर्देशित किया गया। साथ ही आईजीआरएस प्रणाली के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने तथा सम्बन्धित को लम्बित विवोचनाओं का शत-प्रतिशत शीघ्रतम विधिक निस्तारण करने हेतु निर्देशित किया गया। थाना कार्यालय एवं पेशी कार्यालय के अभिलेखों की स्थिति अद्यतन रखने, महिला अपराध संबंधी अभियोजन प्रक्रिया में व्यक्तिगत रुचि लेकर दोषियों को सजा दिलवाए जाने संबंधी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त सभी क्षेत्राधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में अवैध शराब/मादक पदार्थ बिक्री की रोकथाम के संबंध में भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त कोतवाली देहात घटित लूट की घटना का सफल अनावरण करने वाले कर्मचारी तथा अपराधियों को अल्प समय में सजा दिलवाने पदाधिकारी को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।