सामाजिक कार्य विभाग द्वारा आयोजित अनुसंधान पद्धति पर दस दिवसीय पाठ्यक्रम

अलीगढ़ 6 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग व सामाजिक कार्य विभाग द्वारा संयुक्त रूप से यूजीसी-मानव संसाधन विकास केंद्र, में 10 दिवसीय अनुसंधान पद्धति पाठ्यक्रम का आयोजन किया, जो भारतीय परिषद सामाजिक विज्ञान अनुसंधान (आईसीएसएसआर), नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।

अपने अध्यक्षीय भाषण में, एएमयू के कुलपति प्रो. मोहम्मद गुलरेज ने अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दोहराया।

मुख्य अतिथि, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के पूर्व कुलपति, प्रोफेसर गिरीश्वर मिश्रा ने शैक्षणिक संस्थानों में ज्ञान के विस्तार और अनुसंधान मानकों को ऊंचा उठाने का आग्रह किया।

प्रोफेसर मिर्जा असमर बेग, डीन, सामाजिक विज्ञान संकाय और पाठ्यक्रम के संरक्षक ने कहा कि अनुसंधान, अपने मूल में, समझने की खोज है। एक अन्वेषण जो हम जानते हैं उसकी सीमाओं को पार करता है और हमें ज्ञान के अज्ञात क्षेत्रों में जाने की चुनौती देता है।

इससे पूर्व अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए पाठ्यक्रम के निदेशक प्रो. नसीम अहमद खान ने पाठ्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान विद्वानों के लिए एक परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है जो देश के विभिन्न हिस्सों से इसमें शामिल हुए हैं और अपने अनुसंधान कौशल को बढ़ाने के इच्छुक हैं।

मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर शाह मोहम्मद खान पाठ्यक्रम के सह-निदेशक ने पाठ्यक्रम के डिजाइन के बारे में बताया और कहा कि यह पाठ्यक्रम नवीनतम संसाधनों और तकनीकों पर आधारित है, जिसमें अनुसंधान करने के लिए आवश्यक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का उपयोग भी शामिल है। उन्होंने धन्यवाद ज्ञापन भी किया।

डॉ. मो. आरिफ खान ने कार्यक्रम का संचालन किया।

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