स्वयं के लिए मोक्स की तैयारी पर व्याख्यान और चर्चा सत्र का आयोजन

अलीगढ़, 20 दिसंबरः एएमयू के जेएनएमसी सभागार में एसडब्ल्यूआईएम के समन्वयक प्रोफेसर आसिम जफर की देखरेख में ‘स्वंय के लिए मोक्स की तैयारी‘ पर एक व्याख्यान और चर्चा सत्र आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 150 शिक्षकों ने भाग लिया।
स्वंय के राष्ट्रीय समन्वयक, आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर एंड्रयू थंगराज ने व्यापक ओपन ऑनलाइन पाठ्यक्रम (एमओसी) के विकास, शिक्षण रणनीतियों, तकनीकी नवाचारों और उनके प्रभाव पर एक व्यापक व्याख्यान दिया। एनपीटीईएल की सीओओ भारती बालाजी ने एनपीटीईएल और स्वयं प्लेटफॉर्म के बारे में जानकारी प्रदान की और प्रतिभागियों के सवालों के जवाब दिए।
प्रोफेसर आसिम जफर ने मॉक के महत्व को समझाते हुए सत्र की शुरुआत की और एएमयू के मॉक पाठ्यक्रमों के बारे में बताया। व्यापक शिक्षा में स्वयं की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि एएमयू एक ऐसा संस्थान है जो बड़े पैमाने पर छात्रों को तैयार करने की क्षमता रखता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि डीन और विभागाध्यक्षों सहित 20 वरिष्ठ शिक्षक पहले ही अपनी रुचि व्यक्त कर चुके हैं और एमओसी तैयार करने के लिए मसौदा प्रस्ताव प्रस्तुत कर चुके हैं।
प्रो. एम. सालिम बेग की अध्यक्षता में आयोजित सत्र में मॉक तैयारी के लिए विश्वविद्यालय की प्राथमिकताओं की सराहना की गई। प्रोफेसर बेग ने इस बात पर जोर दिया कि मॉक की तैयारी विभिन्न रैंकिंग रूपरेखाओं का एक अभिन्न अंग है, जो एएमयू की रैंकिंग पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि एएमयू शिक्षक जुलाई 2024 से शुरू होने वाले अगले सेमेस्टर में पाठ्यक्रम तैयार करेंगे और शुरू करेंगे।
प्रो. एम. शाहिद नईम ने शिक्षकों और संस्थान दोनों के लिए बेहतर परिणाम की उम्मीद करते हुए एमओसीएस की तैयारी में सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित किया। यूजीसीएचआरडीसी के निदेशक डॉ. फायज़ा अब्बासी ने कहा कि स्वयम पर मोक्स पेश करने से शिक्षकों और विश्वविद्यालय दोनों को फायदा होगा। उन्होंने सत्र का संचालन किया और धन्यवाद प्रस्ताव दिया।