एएमयू के इतिहासकारों का भारतीय इतिहास कांग्रेस में चयन

अलीगढ़, 6 जनवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के सेंटर ऑफ एडवांस्ड स्टडी के प्रोफेसर सैयद अली नदीम रेजावी, को हाल ही में काकतीय विश्वविद्यालय वारंगल, तेलंगाना में आयोजित 82वें सत्र के दौरान भारतीय इतिहास कांग्रेस (आईएचसी) के सचिव के रूप में निर्वाचित किया गया है।
इसके अतिरिक्त अमुवि की ही प्रोफेसर शिरीन मूसवी को उपाध्यक्ष, प्रोफेसर एस जाबिर रजा को कोषाध्यक्ष और प्रोफेसर मानवेंद्र कुमार पुंढीर को संयुक्त सचिव चुना गया।
एएमयू में प्रोफेसर एमेरिटस प्रसिद्ध इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब को आईएचसी के कार्यकारी सदस्य के रूप में निर्विरोध चुना गया।
प्रोफेसर हबीब ने रीकंस्ट्रक्टिंग इंडियन इकोनॉमिक हिस्ट्री विषय पर आयोजित सत्र के दौरान मुख्य भाषण दिया, जिसे अलीगढ़ हिस्टोरियंस सोसाइटी (एएचएस) द्वारा आयोजित किया गया था। प्रोफेसर केसवन वेलुथट, प्रोफेसर राजन गुरुक्कल, प्रोफेसर प्रभात पटनायक, प्रोफेसर राज शेखर बसु उन दर्जनों इतिहासकारों में शामिल थे जिन्होंने इस कार्यक्रम में अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए।
आईएचसी के तीन दिवसीय सत्र में 6 खंडों के तहत शोध प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक, भारत के अलावा अन्य देश, पुरातत्व और समकालीन भारतीय इतिहास पर शोध पत्रों की प्रस्तुति शामिल थीः, जिसमें तीन दिनों की अवधि में 1070 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए।
प्रोफेसर सैयद अली नदीम रेजावी ने आईएचसी के निवर्तमान अध्यक्ष प्रोफेसर केसवन वेलुथैट के साथ काकतीय विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में एक वाचनालय का उद्घाटन किया।
गौरतलब है कि भारतीय इतिहास कांग्रेस न केवल भारत, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया के पेशेवर इतिहासकारों की सबसे बड़ी संस्था है। 1935-36 में इलाहाबाद में स्थापित, पुणे में इसके पहले सत्र के साथ, इसकी सदस्यता की सूची हजारों में है और इसका कार्यक्षेत्र लगभग पूरे उपमहाद्वीप पर आधारित है।
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