गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में अंग्रेजी और हिंदी वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन

अलीगढ़ एक्सप्रेस-

अलीगढ़  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सैयदना ताहिर सैफुद्दीन स्कूल (मिंटो सर्कल) द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह के उपलक्ष्य में अंग्रेजी और हिंदी में अंतर-स्कूल वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। अंग्रेजी में बहस का विषय थाः ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का विस्तारित उपयोग मानवता के लिए अच्छा होगा’, जबकि हिंदी बहस में प्रतिभागियों ने ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी मानव विकास में एक बाधा है’ पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे।

अंग्रेजी वाद-विवाद में, मान्या गुप्ता (एस.टी.एस. स्कूल) ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि समारा फिरदौस (एएमयू गर्ल्स स्कूल) और मुग्धा (एएमयू एबीके हाई स्कूल-गर्ल्स) ने दूसरा और अयाज अब्दुल्ला (एस.टी.एस. स्कूल) ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।

हिंदी प्रतियोगिता में, प्रवीण कुमार (एसटीएस स्कूल) ने पहला पुरस्कार जीता, जबकि नैतिक उपाध्याय (एसटीएस स्कूल) और हुमैरा (एएमयू सिटी गर्ल्स हाई स्कूल) ने क्रमशः दूसरा और तीसरा पुरस्कार जीता। उदय शर्मा (एएमयू एबीके हाई स्कूल बॉयज) को सांत्वना पुरस्कार मिला।

पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रोफेसर मोहम्मद आसिम सिद्दीकी (अध्यक्ष, अंग्रेजी विभाग, एएमयू) ने आज के युग में एआई की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और छात्रों से प्रख्यात लेखकों की किताबें पढ़ने की आदत विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने बढ़ती प्रौद्योगिकी के युग में साहित्य के स्थायी मूल्य पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों में रचनात्मकता को दबाने वाली प्रौद्योगिकी के अत्यधिक उपयोग से बचने के प्रति भी आगाह किया।

हिंदी वाद-विवाद विजेताओं के लिए आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि प्रोफेसर मानवेंद्र कुमार पुंढीर (इतिहास विभाग, एएमयू) ने कहा कि प्रौद्योगिकी मनुष्य के लिए वरदान और अभिशाप दोनों है और इसका उचित उपयोग मनुष्य के विवेक पर निर्भर करता है।

उन्होंने छात्रों से मोबाइल फोन का कम उपयोग करने और गूगल, चैट जीपीटी आदि जैसी कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक का अनावश्यक उपयोग करके अपनी रचनात्मकता न खोने का आह्वान किया।

विद्यालय के प्रधानाचार्य फैसल नफीस ने वाद-विवाद प्रतियोगिता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वाद-विवाद प्रतियोगिताओं से छात्रों में उल्लेखनीय प्रतिभा और उत्साह का उत्सर्जन होता है। उन्होंने कहा कि वाद-विवाद आयोजित करने का उद्देश्य छात्रों में सार्वजनिक बोलने के कौशल को बढ़ाना और उन्हें अपने विचारों को स्पष्ट तरीके से प्रस्तुत करने में मदद करना है।

अंग्रेजी बहस को डॉ. मोहम्मद साकिब अबरार और डॉ. यास्मीन अंसारी (अंग्रेजी विभाग) ने जज किया, जबकि हिंदी बहस को डॉ. सना फातिमा और डॉ. गुलाम फरीद साबरी ने जज किया।

एएमयू गर्ल्स हाई स्कूल, एएमयू सिटी गर्ल्स हाई स्कूल, एएमयू एबीके हाई स्कूल (बॉयज एंड गर्ल्स) और एसटीएस स्कूल सहित एएमयू स्कूलों के छात्रों ने वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में बड़े उत्साह के साथ भाग लिया।

कार्यक्रमों का संचालन श्रीमती गजाला तनवीर एवं डॉ. ज्योति कुसुम्बल ने किया।

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