जेएनएमसी में आईवीएफ दिवस मनाया गया

अलीगढ़ एक्सप्रेस-
अलीगढ 1 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जे.एन. मेडिकल कॉलेज के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग के एआरटी इकाई एवं प्रशिक्षण केन्द्र द्वारा आईवीएफ दिवस के उपलक्ष में कृत्रिम प्रजनन (इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन-आईवीएफ) तकनीक का उपयोग करके छह साल पहले जेएनएमसी में पैदा हुए पहले टेस्ट ट्यूब बेबी को भी आमंत्रित किया गया।
मुख्य अतिथि, जेएनएमसी की पूर्व छात्रा प्रोफेसर जयदीप मल्होत्रा ने आईवीएफ मामलों के चयन से पहले स्वास्थ्य के अनुकूलन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने भ्रुण-एंडोमेट्रियम सिंक्रोनाइजेशन पर भी व्याख्यान दिया।
अपने संबोधन में, विशेष अतिथि, प्रोफेसर नईमा खातून, प्रिंसिपल, वीमेन्स कॉलेज ने निःसंतान लोगों के लाभ के लिए जेएनएमसी में आईवीएफ के संचालन में उनके प्रयासों और सफलताओं के लिए प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग को बधाई दी।
एक अन्य प्रसिद्ध पूर्व छात्र प्रोफेसर नरेंद्र मल्होत्रा ने बांझ दंपतियों के चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए एआरटी यूनिट की सराहना की।
इससे पूर्व, विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जेहरा मोहसिन ने मेहमानों का स्वागत किया, जबकि एआरटी प्रभारी प्रोफेसर शाहीन ने एआरटी की यात्रा और विकास के बारे में संक्षेप में बताया।
कार्यक्रम का संचालन करने वाली आयोजन सचिव डॉ. दीबा खानम ने बताया कि कार्यक्रम में एआरटी सेंटर में आईवीएफ के माध्यम से गर्भधारण करने वाले बच्चों और उनके माता-पिता सहित लगभग 200 मेहमानों ने भाग लिया। उन्होंने धन्यवाद भी ज्ञापित किया।