विवादों में एएमयू का अल्पसंख्यक दर्जा, पढ़ें क्या है इसके पीछे का कारण

शिक्षा, राजनीति और न्याय के क्षेत्र में समानता के अधिकार तब अपना अस्तित्व खो देते हैं, जब उन्हें एक खास समुदाय या धर्म की कसौटियों के अनुसार विभाजित किया जाता है। एक पंथनिरपेक्ष लोकतांत्रिक देश का संवैधानिक चरित्र इस तथ्य को ज्यादा मान्यता देता है कि सरकार समर्थित किसी भी संस्था का संचालन हर हाल में धार्मिक विभेद स्थापित करने वाली मान्यताओं और तथ्यों से परे होना चाहिए।