सेमीकंडक्टर उद्योग का हब बनने की तरफ भारत, कंपनियों की होगी मार्केट में एंट्री

जून 2023 में पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान अमेरिकी सेमीकंडक्टर कंपनी माइक्रोन ने भारत में निवेश का समझौता किया था और अब पिछले छह से सात महीनों के दौरान इस माइक्रोन के साथ काम करने वाली कई कंपनियां भी भारत में निवेश की तैयारी करने लगी हैं। गुजरात वाइब्रैंट सम्मेलन में सेमीकंडक्टर क्षेत्र की एक बड़ी कंपनी सिमटेक ने यहां निवेश का ऐलान किया है

इस दक्षिण कोरियाई कंपनी के सीइओ जेफरी चुन ने कहा है कि उनकी कंपनी पहले भी जहां जहां माइक्रोन निवेश करती है वहां निवेश करते हैं और अब वह भारत में निवेश करने जा रहे हैं। कंपनी माइक्रोन के लिए बहुत ही संवेदनशील सेमीकंडक्टर के हिस्सों का निर्माण करते हैं।

चुन ने यह भी कहा कि वह माइक्रोन के साथ मिल कर भारत को सेमीकंडक्टर के सप्लाई चेन में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेंगे। इसी सम्मेलन में टाटा समूह के चेयरमैन एन चेंद्रसेखरन ने ऐलान किया कि टाटा समूह सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की तैयारी पूरी कर चुका है और यह प्लांट गुजरात में ही लगाया जाएगा।

इस बारे में उन्होंने ज्यादा विस्तार से नहीं बताया, सिर्फ यह कहा कि कंपनी ढोलेरा में एक विशालकाय सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट लगाने की घोषणा करने के करीब है। इसी तरह से अत्याधुनिक प्रौद्योगिक सेक्टर की एक अन्य कंपनी एनवीडिया ने कहा है कि वह गुजरात के गिफ्ट सिटी में अपना एआइ सेंटर स्थापित करने जा रही है जो अगले दो महीनों में ही काम करने लगेगा।

एनवीडिया के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट शंकर त्रिवेदी ने कहा कि भारत आर्टिफिशिएल इंटेलीजेंस सेक्टर में एक वैश्विक हब बनने की क्षमता रखता है। वजह यह है कि यहां जबरदस्त प्रतिभा है और बहुत सारा डाटा है। कंपनी टाटा समूह और रिलायंस समूह के साथ मिल कर डाटा सेंटर स्थापित करने पर काम कर रही है।

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