गांधी के आत्मकथात्मक सामाजिक कार्यक्रम पर व्याख्यान

अलीगढ़ एक्सप्रेस –
अलीगढ़, 20 अक्टूबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग द्वारा ‘गांधी के आत्मकथात्मक सामाजिक कार्यक्रम’ विषय पर एक ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुम्बई के मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग के दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर प्रोफेसर सिबी के जॉर्ज ने व्याख्यान दिया।प्रोफेसर जॉर्ज ने कहा कि मितव्ययिता और समानता की गांधीवादी राजनीतिक नैतिकता समकालीन पारिस्थितिक और सामाजिक-राजनीतिक आलोचना के साथ अच्छी तरह मेल खाती है। गांधीवादी नैतिकता में सामाजिक कार्यो को समझने और प्रोत्साहित करने की क्षमता है, जिससे सामाजिक परिवर्तन हो सकता है। उन्होंने कहा कि गांधी के जीवन और लेखन के अध्ययन से स्पष्ट रूप से नैतिक व्यक्तिवाद की एक मजबूत अवधारणा का पता चलता है, जिसमें एक आत्मकथात्मक और आत्म-संदर्भात्मक दृष्टिकोण होता है,दर्शनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. अकील अहमद ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने गांधी के महत्व और गांधीवादी विचार के साथ शिक्षा जगत के बहुआयामी जुड़ाव को सामने रखा।डॉ. आमिर रियाज ने गांधीवादी विचारों पर फिर से विचार करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए समापन भाषण दिया।श्री जैद अहमद सिद्दीकी ने धन्यवाद ज्ञापन किया, जबकि डॉ. शाहिदुल हक ने कार्यक्रम का संचालन किया।