एमबीबीएस व बीडीएस छात्र-छात्राओं ने व्हाइट कोट सेरेमनी के दौरान हिप्पोक्रेटिक शपथ ली

मुशीर अहमद खां –
अलीगढ़, 1 सितम्बरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की फैकल्टी आफ मेडिसिन द्वारा जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालिज एवं डा. जेडए डेंटल कालिज में एमबीबीएस व बीडीएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने वाले नव प्रवेशित 190 छात्र, छात्राओं ने आज जेएन मेडिकल कालिज सभागार में आयोजित भव्य व्हाइट कोट सेरेमनी के दौरान हिप्पोक्रेटिक शपथ ली। जिसमें उन्होंने मरीजों की भलाई के लिए समर्पित एवं निस्वार्थ भाव से उपचार का प्रण लिया। व्हाइट कोट सेरेमनी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज ने कहा कि मेडिकल व्यवसाय विश्व का सबसे सम्मानित व्यवसाय है। उन्होंने कहा कि आज भी देश में जनसंख्या के अनुपात से चिकित्सकों की संख्या बहुत कम है और स्वास्थय सुविधाओं में बुनियादी उपकरणों को संसाधनों की कमी है। उन्होंने कहा कि एएमयू देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में से एक है और यहां एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश मिलना किसी के लिए भी गौरव का विषय है। कुलपति ने आशा जताई कि भविष्य में इन कालिजों से शिक्षा प्राप्त छात्र समर्पित भाव से रोगियों कीसेवा कर इस संस्था के नाम को गौरवान्व्ति करेंगे। मानद् अतिथि भारत सरकार के स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थय एवं परिवार कल्याण विभाग के सामान्य स्वास्थय सेवा निदेशालय में उप महानिदेशक डाक्टर बी श्रीनिवास ने कहा कि छात्रों का चिकित्सा व्यवसाय के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है और इस वर्ष 22 लाख छात्र नीट परीक्षा में शामिल हुए। उन्होंने छात्रों को सफलता के कुछ टिप्स भी बताये और एएमयू के नाम को गौरवान्वित करने का आव्हान किया। मेडिसिन संकाय की डीन प्रोफेसर वीणा माहेश्वरी ने कहा कि व्हाइट कोट सम्मान का प्रतीक है और छात्रों को इसकी गरिमा को बनाये रखते हुए मरीजों के साथ नम्र व्यवहार से पेश आना चाहिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल आने वाला मरीज पीड़ा के साथ आता है और उसकी पीड़ा को कम करने के लिए आवश्यक है कि उसके साथ उचित उपचार के साथ उसके साथ मधुर व्यवहार और मृदभाषा से भी पेश आया जाए। जेएन मेडिकल कालिज के प्राचार्य एवं सीएमएस प्रोफेसर हारिस एम खान ने कहा कि जेएन मेडिकल कालिज एण्ड हास्पिटल देश के व्यस्तम हास्पिटलों में एक हैं। यहां हरेक वर्ष लाखों की संख्या में मरीज ओपीडी में अपना उपचार कराने आते हैं और हजारों मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जाता है। उन्होंने कहा कि छात्रों को शिक्षकों के अलावा अपने सीनियर्स और रोगियों से भी बहुत कुछ सीखने का मौका मिलता है। डा. जेडए डेंटल कालिज के प्राचार्य प्रोफेसर आरके तिवारी ने कहा कि नव प्रवेशित छात्र-छात्रायें कड़ी मेहनत और समर्पित भाव से दिन रात रोगियों की सेवा का कार्य करेंगे। मेडिकल एजुकेशन यूनिट की समन्वयक समन्वयक प्रोफेसर सीमा हकीम ने नव प्रवेशित छात्रों के लिए होने वाले कार्यक्रम के बारे में बताया। इस अवसर पर प्रो. एम अतहर अंसारी एवं डा. सबा खान द्वारा संपादित स्टूडैंट हैंड बुक का मंच पर मौजूद मेहमानों ने लोकार्पण किया। उपस्थितजनों का आभार प्रोफेसर फरहा गौस ने जताया। कार्यक्रम का संचालन डाक्टर बुशरा सिद्दीकी और डाक्टर रूही खान ने किया।