गणतंत्र दिवस की झांकियों में भी मन मोहेंगे रामलला

नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल झांकियों में इस साल आकर्षण का केंद्र रामलला ही होंगे। उत्तर प्रदेश की झांकी में कर्तव्य पथ पर लोग प्रभु श्रीराम के बाल स्वरूप के दर्शन कर सकेंगे। प्रभु राम के अयोध्या आगमन के प्रतीकस्वरूप होने वाले दीपोत्सव को भी दर्शाया जाएगा।

झांकी में कलश के साथ दो साधुओं को दिखाया जाएगा, जो प्रयागराज में होने वाले माघ मेले एवं 2025 में होने वाले महाकुंभ का प्रतीक हैं। अयोध्या स्थित राम मंदिर में सोमवार को रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी के अगले भाग में मंदिर जैसे आधार पर रामलला की एक सुंदर प्रतिमा को स्थापित किया गया है।

झांकी में अगली तस्वीर दुनिया के चौथे सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट, नोएडा एयरपोर्ट की है। झांकी के पीछे एलईडी स्क्रीन पर एक्सप्रेसवे के माध्यम से छह संचालित जबकि सात निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे को दर्शाया गया है। ट्रैक्टर पर साधुओं के बाद रैपिड रेल का माडल है। इसके पीछे ब्रह्मोस मिसाइल को दिखाया गया है।

झारखंड की झांकी में टसर सिल्क की समृद्ध विरासत देखने को मिलेगी

हरियाणा की झांकी में परिवार पहचानपत्र की खूबियां प्रदर्शित की जाएंगी। इससे पात्र व्यक्ति को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ स्वत: ही मिल जाएगा। मध्य प्रदेश की झांकी आत्मनिर्भर भारत और प्रगतिशील नारी शक्ति पर केंद्रित होगी। छत्तीसगढ़ की झांकी जनजातीय समाज में आदिकाल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना और परंपराओं को दर्शाएगी, जो आज आजादी के 75 साल बाद भी राज्य के बस्तर संभाग में जीवित और प्रचलित है। यह झांकी देश में लोकतंत्र के जन्म और उसके विकास की कहानी प्रमाण सहित प्रस्तुत करेगी। झारखंड की झांकी में टसर सिल्क की समृद्ध विरासत देखने को मिलेगी।

विदेश मंत्रालय की झांकी में जी-20 की झलक होगी

विदेश मंत्रालय की झांकी में जी-20 की झलक होगी। इसरो की झांकी में चंद्रयान-3 यानी भारतीय अंतरिक्ष के इतिहास में एक आख्यान की कहानी बयां करेगी। गुजरात की झांकी में सीमा पर्यटन की विश्व स्तर पर बनती पहचान, गृह मंत्रालय की झांकी में वाइब्रेंट विलेज, सीपीडब्ल्यू की झांकी में सेंट्रल विस्टा, राजस्थान की झांकी में वहां की उत्सवधर्मिता एवं संस्कृति मंत्रालय की झांकी में भारतीय इतिहास का वर्णन किया गया है।

इस बार नहीं दिखेंगी 30 झांकियां

गणतंत्र दिवस परेड में इस साल कुल 30 झांकियां शामिल होंगी। इनमें 26 झांकियां विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की होंगी। इनके साथ ही चार झांकियां सेवा क्षेत्र से जुड़ी होंगी। दिल्ली, पंजाब एवं बंगाल की झांकी इस बार परेड में नहीं होगी। रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी मनोज रूड़कीवाल ने बताया कि सभी झांकियों का चयन विशेषज्ञ समिति ने किया है। 26 जनवरी को परेड का कुल समय 90 मिनट का होगा, जिसमें इन झांकियों को 26 मिनट का समय दिया गया है। परेड सुबह साढ़े 10 बजे शुरू होगी।

यहां की झांकियां होंगी शामिल

हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडू, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, इसरो, सीएसआइआर, पतन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय, गृह मंत्रालय, सीपीडब्ल्यूडी, विदेश मंत्रालय, निर्वाचन आयोग, इलेक्ट्रानिक्स मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय ये हैं सेवा क्षेत्र से जुड़ीं चार झांकियां: नेवी, नेवी वेटरन, एयरफोर्स और डीआरडीओ परेड से इतर सात झांकियां भारत पर्व में शामिल होंगी : असम, गोवा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, त्रिपुरा, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर।

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