हरे रंग में लौटा शेयर बाजार, Nifty 21,255 पर बंद

एक दिन पहले 900 से ज्यादा अंक की बड़ी गिरावट के बाद गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार हरे रंग में लौट आया और उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स 350 से ज्यादा अंक की बढ़त लेकर बंद हुआ। शेयर बाजार में 600 अंकों की शुरुआती गिरावट से उबरने के बाद तेजी आई। तीस शेयरों वाला BSE Sensex 358.79 अंक या 0.51 प्रतिशत की तेजी के साथ 70,865.1 0 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 69,920.39 के निचले स्तर तक फिसल गया था। इसी तरह व्यापक एनएसई का Nifty-50 भी 108.25 अंक या 0.51 प्रतिशत बढ़कर 21,258.4 पर पहुंच गया। निफ्टी की 38 कंपनियों के शेयर हरे जबकि 12 के शेयर लाल निशान में बंद हुए।
पावर ग्रिड के शेयर में सबसे ज्यादा तेजी, RIL और HDFC बैंक के शेयर में मजबूती
Sensex की कंपनियों में पावर ग्रिड के शेयर में सबसे ज्यादा 2.27 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। साथ ही एचडीएफ़सी बैंक, कोटक बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईटीसी, विप्रो, टीसीएस के शेयर में मुख्य रूप में बढ़त के साथ बंद हुए। बड़ी हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयर में मजबूती से बाजार को समर्थन मिला। साथ ही गिरावट के बाद खरीदारी की रणनीति से बी बाजार को तेजी में मदद मिली।
डॉलर के मुकाबले रुपया फिसला
रेड समुन्द्र रास्ते के जरिये वैश्विक व्यापार व्यवधान पर चिंताओं के बीच विदेशी फंडों की निकासी के कारण गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 9 पैसे गिरकर 83.27 पर बंद हुआ। स्टॉक एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने बुधवार को 1,322.08 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। इससे पहले बुधवार को बीएसई बेंचमार्क 930.88 अंक या 1.30 प्रतिशत टूटकर 70,506.31 पर बंद हुआ।वहीं, निफ्टी 302.95 अंक या 1.41 फीसदी गिरकर 21,150.15 पर बंद हुआ था। ग्लोबल मार्केट की बात करें तो यूरोपीय बाजार गिरावट में कारोबार कर रहे थे और अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को गिरावट के साथ बंद हुए। इसके अलावा एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे।
निवेशकों को 3.9 लाख करोड़ रुपये का लाभ
बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 350.2 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 354.1 लाख करोड़ रुपये हो गया, जिससे निवेशक एक ही ट्रेडिंग सेशन में लगभग 3.9 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का फायदा हुआ।