एएमयू में स्वच्छता पखवाड़ा प्रतिबद्धता के साथ मनाया गया

अलीगढ़ 15 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के स्कूलों, कॉलेजों और विभागों में 1-15 सितंबर के दौरान देश में आयोजित राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवधि के दौरान आयोजित कार्यक्रमों में शपथ ग्रहण समारोह, स्वच्छता गतिविधियाँ और जागरूकता कार्यक्रम शामिल थे जिनमें भाषण, निबंध प्रतियोगिता, पोस्टर बनाना और नुक्कड़ नाटक शामिल थे।

विधि संकाय में छात्रों के साथ-साथ शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने स्वच्छता शपथ ली और परिसर में स्वच्छता अभियान में भाग लिया।

विधि संकाय के डीन, प्रो. एम.जेड.एम. नोमानी ने सभी भारतीय संस्कृतियों में स्वच्छता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने महात्मा गांधी के उपदेश कि ‘स्वच्छता ईश्वरीय भक्ति के समकक्ष है’ पर विचार-विमर्श किया और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की ‘स्वच्छ भारत अभियान’ से संबंधित टिप्पणियों पर चर्चा की।

विधि संकाय की भूमि और उद्यान और संरक्षण की प्रभारी, डॉ. जेबा अजमत ने स्वच्छता पखवाड़ा के लक्ष्य और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।

भूविज्ञान विभाग में कक्षाओं, शौचालयों और आसपास की सफाई करके स्वच्छता अभियान चलाया गया।

विभागाध्यक्ष प्रो. कुंवर फराहिम खान ने शिक्षकों और छात्रों से विभाग और उसके आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखने में मदद करने और समाज में स्वच्छता का संदेश फैलाने के लिए समय निकालने का आग्रह किया।

उर्दू विभाग में शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों द्वारा स्वच्छता संबंधी गतिविधियाँ आयोजित करके स्वच्छता पखवाड़ा मनाया गया।

विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर कमरुल हुदा फरीदी ने विभाग, आस-पड़ोस और देश को साफ रखने की आवश्यकता पर बल दिया।

सामाजिक कार्य विभाग में अब्दुल बसीर खान हाई स्कूल के सहयोग से स्वच्छता अभियान चलाया गया और इस के अंतर्गत ‘स्वच्छ भारत’ विषय पर एक पोस्टर-मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

बाद में, स्कूल परिसर में सफाई अभियान चलाया गया, जिसमें छात्रों और कर्मचारियों को स्कूल परिवेश के रखरखाव जके कार्य में शामिल किया गया।

सामाजिक कार्य विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर नसीम अहमद खान ने कहा कि यह संयुक्त स्वच्छता गतिविधि छात्रों में सामुदायिक जुड़ाव की भावना पैदा करने में मदद करेगी।

ए.बी.के. हाई स्कूल (गर्ल्स) की उप प्राचार्य, डॉ. सबा हसन ने संयुक्त कार्यक्रम में अन्य शिक्षकों के साथ भाग लिया। समाज कार्य विभाग के श्री मोहम्मद उजैर ने स्वच्छता संबंधी गतिविधियों का समन्वय किया।

भाषाविज्ञान विभाग में, कर्मचारियों, छात्रों और शोधार्थियों ने कक्षाओं, लॉन और आसपास के क्षेत्रों की सफाई कर स्वच्छता अभियान में भाग लिया। डॉ. पल्लव विष्णु ने परिवेश को स्वच्छ रखने और भारत को एक प्रगतिशील राष्ट्र बनाने में योगदान देने की आवश्यकता पर बल दिया।

विश्वविद्यालय स्वास्थ्य कार्यालय द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में वेक्टर जनित बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए नालियों और नालों की सफाई, जंगली पौधों और झाड़ियों को काटने और एंटी-लार्वा पदार्थ का छिड़काव करके एक विशेष सफाई अभियान चलाया गया। इस दौरान आवासीय हॉलों, विभागों और कार्यालयों में फॉगिंग भी करायी गयी।

एस.टी.एस. में स्कूल के प्रधानाचार्य श्री फैसल नफीस द्वारा स्वच्छता का संदेश फैलाने के लिए सुबह की सभा में छात्रों और शिक्षकों को स्वच्छता पखवाड़ा शपथ दिलाई गई।

उन्होंने उनसे उच्च स्तर की व्यक्तिगत स्वच्छता का पालन करने, अपने आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखने और पर्यावरण को बचाने के लिए तर्कसंगत रूप से कार्य करने का आग्रह किया।

डॉ. सआदत सुहैल ने स्वच्छता के महत्व पर भाषण दिया, जिसमें वर्ष की स्वच्छता थीम, ‘अपशिष्ट से धन’ पर प्रकाश डाला गया।

बाद में, छात्रों और कर्मचारियों ने स्कूल परिसर में बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान में भाग लिया और स्वच्छता मिशन के लिए खुद को समर्पित करने की ई-शपथ ली।

दृष्टिबाधितों के अहमदी स्कूल में शिक्षकों और छात्रों ने देश को सही मायने में स्वच्छ भारत बनाने के लिए स्कूल और परिवेश को साफ रखने और समाज में स्वच्छता संदेश फैलाने की शपथ ली।

छात्रों ने प्लास्टिक से पर्यावरण को होने वाले नुकसान पर भाषण भी दिया और लोगों से प्लास्टिक का उपयोग बंद करने का आग्रह किया।

प्रिंसिपल डॉ. नायला राशिद ने सभी से दैनिक जीवन में प्लास्टिक का उपयोग न करने का आग्रह किया और उन्हें व्यक्तिगत स्वच्छता और साफ वातावरण के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी।

एएमयू सिटी गर्ल्स हाई स्कूल में, प्रिंसिपल डॉ. मोहम्मद आलमगीर द्वारा स्वच्छता शपथ दिलाने के अलावा, छात्रों द्वारा ‘स्वच्छता’ पर एक ‘नुक्कड़ नाटक’ का आयोजन किया गया।

अपने संबोधन में डॉ. आलमगीर ने स्वच्छता के लाभों पर प्रकाश डाला और कहा कि स्वच्छता स्वस्थ शरीर और दिमाग के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है।

उप-प्राचार्य मोहम्मद जावेद अख्तर ने स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि स्वच्छ शरीर, मन और आत्मा हमारे अस्तित्व के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

स्कूल में ‘प्लास्टिक को ना कहें’ संदेश के साथ एक पोस्टर बनाने की गतिविधि आयोजित की गई, जिसमें सुश्री सहर नकवी ने लोगों से प्लास्टिक का उपयोग बंद करने का आग्रह किया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में सानिया, सुबिया खान और अलीशा जहीर को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार मिला।

विद्यार्थियों ने कक्षाओं की सफाई में सक्रिय रूप से भाग लिया।

राजा महेंद्र प्रताप सिंह एएमयू सिटी स्कूल के छात्रों ने प्रिंसिपल श्री तनवीर नबी के नेतृत्व में स्कूल परिसर से एक स्वच्छता रैली निकली और प्रदर्शनी मैदान से लेकर रघुवीर पुरी तक आसपास के इलाकों की सफाई में भाग लिया।

श्री नबी ने जीवन में स्वच्छता के महत्व पर जोर दिया और लोगों से सुरक्षित अपशिष्ट निपटान की आदतों का पालन करते हुए अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों की नियमित रूप से सफाई करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अच्छे स्वास्थ्य की नींव है और आसपास की नियमित सफाई से बीमारियों को फैलने से रोकने में मदद मिलती है।

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