बालों की पैवन्दकारी पर कार्यशाला आयोजित

अलीगढ़ 3 अक्टूबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग द्वारा हेयर ट्रांसप्लांट विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विशेषज्ञ के रूप में प्रसिद्ध हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन, हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में एसोसिएट प्रोफेसर और प्लास्टिकोस प्लास्टिक सर्जरी सेंटर, लखनऊ के संस्थापक, डॉ. ब्रजेश पाठक ने प्रतिभागियों के साथ हेयर ट्रांसप्लांट प्रक्रियाओं पर अपने व्यापक ज्ञान और अनुभव को साझा किया।डॉ. पाठक ने बालों के प्रत्यारोपण में नई तकनीकों के महत्व पर चर्चा की और कहा कि बालों के प्रत्यारोपण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली आधुनिक तकनीकें बेहतर परिणाम लाती हैं।विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर मोहम्मद यासीन ने कहा कि बालों का झड़ना एक आम समस्या है, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है और अक्सर आत्मसम्मान और आत्मविश्वास पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। उन्होंने कहा कि हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी आज सौंदर्यवादी प्लास्टिक सर्जनों द्वारा की जाने वाली सबसे आम प्रक्रिया है।प्रोफेसर इमरान अहमद ने स्पष्ट किया कि वंशानुगत और जलने के कारण गंजापन पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए एक सामाजिक कलंक बन गया है और हमारे देश में गंजे लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, खासकर जब वे शादी के लिए जाते हैं। ष्हमें ऐसा क्यों करना चाहिएष् प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि बाल के प्रत्यारोपण से रोगियों में आत्मविश्वास पैदा होता है।डॉ एम एफ खुर्रम ने कहा कि बाल प्रत्यारोपण गंजे लोगों में युवावस्था बहाल कर देता है। उन्होंने कहा कि चेहरा मन का दर्पण है और सिर पर बाल चेहरे की सुंदरता में बहुत योगदान देते हैं।कार्यक्रम समन्वयक, डॉ. शेख सरफराज अली ने इस बात पर जोर दिया कि बाल प्रत्यारोपण एक टीम वर्क है और लंबे समय तक बाल पुनः रोपण प्रक्रिया के लिए सर्जिकल टीम और रोगी दोनों में बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है।

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